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जीवन में सबसे बुरे घटनाक्रम शुरूआती उम्र में क्यों नहीं होने चाहिए?
शुरुआती traumatic अनुभव किसी व्यक्ति के भावनात्मक, मानसिक और यहां तक कि शारीरिक विकास पर गहरा असर डाल सकते हैं।
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मानसिक और भावनात्मक विकास
बचपन और शुरुआती वयस्कता के दौरान मस्तिष्क अभी भी विकास के चरण में होता है। इस समय गंभीर कठिनाइयों का सामना करना भावनात्मक संतुलन और आत्मसम्मान को बाधित कर सकता है, जो जीवनभर के मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
युवा अपने व्यक्तित्व को समझने और यह जानने की प्रक्रिया में होते हैं कि वे कौन हैं। ऐसे में किसी traumatic घटना का प्रभाव उनकी पहचान पर पड़ सकता है, जिससे आत्म-संदेह, डर, या दुनिया के प्रति नकारात्मक सोच जैसी समस्याएँ विकसित हो सकती हैं।
भावनात्मक प्रभाव
जीवन की शुरुआत में हुआ trauma चिंता, अवसाद या पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस के रूप में सामने आ सकता है, जो उनकी भविष्य की रिश्तों और करियर से जुड़ी आकांक्षाओं को प्रभावित कर सकता है।
शुरुआती ट्रॉमा जीवनभर का बोझ बन सकता है
बोझ उठाना: जीवन की शुरुआत में गंभीर चुनौतियों का सामना करना व्यक्ति के लिए “भावनात्मक बोझ” बन सकता है, जो जीवनभर साथ रहता है।
हालांकि कठिनाइयाँ…